चाईबासा में आईईडी बम ब्लास्ट की चपेट में वीरगति को प्राप्त हुए कांस्टेबल संतोष उरांव

चाईबासा में झारखंड पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों द्वारा पिछले कई महीनों से नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाई जा रही है. इस बीच कई बार सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए आईईडी बम की चपेट में आ जाते हैं. जिससे उन्हें भारी नुकसान होता है. अब एक बार फिर से ऐसी ही खबर सामने आई है. दरअसल, चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल के जवान फिर से आईईडी बम ब्लास्ट की चपेट में आ गए है इस हादसे में गंभीर रुप से घायल एक जवान वीर गति को प्राप्त कर गए है वहीं दो अन्य जवान भी गंभीर रुप से घायल हुए है जिन्हें इलाज के लिए रांची लाया जा रहा
वीरगति को प्राप्त हुए कांस्टेबल संतोष उरांव
आपको बता दें, जिले में हुए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 60 बटालियन के बम निरोधक दस्ते के कांस्टेबल संतोष उरांव वीरगति को प्राप्त हुए हैं. संतोष उरांव सीआरपीएफ के 60 बटालियन के बम निरोधक स्कॉड में कार्यरत थे. वही इस ब्लास्ट में सीआरपीएफ 60 बटालियन के ही सेकंड इन कमान एजेतो तिने और कांस्टेबल जयंता नाथ घायल हुए है. दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है.
घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर लाया गया रांची
बता दें बम ब्लास्ट के बाद तीनों जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसमें कांस्टेबल संतोष उरांव की हालत काफी गंभीर थी. बाकी दो अन्य जवान बीजेतो तीनई और जयंतानाथ भी घालय है ये सभी जवान CRPF 60 बटालियन के जवान है. यह घटना जिला के गोईलकेरा के हाथीबुरू इलाके के जंगल में घटी है. बताया जा रहा है कि जवान जंगल की ओर नक्सलियों के खिलाफ अभियान पर निकले थे जहां आईईडी बम ब्लास्ट हो गया. जिसकी चपेट में तीन जवान आ गए. घटना के तुरंत बाद सभी घायल जवानों को जंगल से निकाला गया और बेहतर इलाज के लिए उन्हें एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया. लेकिन कांस्टेबल संतोष उरांव वीरगति को प्राप्त हो गए.
बता दें, पिछले दिनों जिले के गोइलकेरा पुलिस थाना क्षेत्र में बोईपैसासंग गांव के निकट भी एक ग्रामीण नक्सलियों द्वारा जंगल में प्लांट किए गए आईईडी बम की चपेट में आ गया था. जिससे वह घायल हो गया था. वहीं इस घटना के बाद सुरक्षाबल के जवानों ने ग्रामीण को जंगल से निकाले हुए उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था.