राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने झारखंड के दो पुस्तकालयों का चयन धनबाद का राज्य पुस्तकालय बनेगा मॉडल लाइब्रेरी

धनबाद : धनबाद के पुस्तक प्रेमी, शिक्षाविदों, छात्र-छात्राओं समेत अन्य लोगों के लिए अच्छी खबर है। धनबाद का राज्य पुस्तकालय अब मॉडल लाइब्रेरी बनेगा। राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने झारखंड के दो पुस्तकालयों का चयन मॉडल लाइब्रेरी के लिए किया है।
इसमें धनबाद का राज्य पुस्तकालय व जिला पुस्तकालय पलामू सूची में शामिल हैं। इस संबंध में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पत्र भेज दिया है। मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा विभाग को विभिन्न कागजी प्रक्रिया करने का निर्देश दिया है।
मॉडल लाइब्रेरी के रूप में धनबाद राज्य पुस्तकालय को विकसित (सुदृढ़ीकरण) करने के लिए 223 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। केंद्र सरकार ने राशि स्वीकृत कर दी है। वहीं पलामू जिला पुस्तकालय पर 87 लाख रुपए खर्च होंगे। बताते चलें कि अगस्त 2023 में स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने धनबाद राज्य पुस्तकालय का नाम बदलकर मास्टर सोबरन मांझी राज्य पुस्तकालय कर दिया है। शहर के गोल्फ ग्राउंड में निकट स्थापित इस पुस्तकालय की स्थापना वर्ष 1953 में हुई है। मॉडल लाइब्रेरी बनने के बाद अब पाठकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
राजकीय पुस्तकालय में छात्रों को बैठने की नहीं मिल रही जगह
मास्टर सोबरन मांझी राज्य पुस्तकालय में छात्र-छात्राओं को बैठने की जगह नहीं मिल पा रही है। स्थिति यह है कि रोज 40-50 छात्रों को बिल्डिंग के बाहर जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। जमीन पर ही बैठकर टिफिन भी करने की मजबूरी है। पुस्तकालय आनेवाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि यहां पर जगह रहने पर भी बैठने की व्यवस्था नहीं की जा रही है। पिछले दिनों डीईओ भूतनाथ रजवार ने भी पुस्तकालय का निरीक्षण किया था। उस समय भी छात्रों ने अपनी समस्या बताई है। वहीं राज्य पुस्तकालय की ओर से सुविधा बढ़ाने के लिए नया जेनरेटर, नया स्टडी रूम, पानी की बोरिंग, कुर्सी-टेबल, नई किताबें, इनर्वटर समेत अन्य सामग्री की मांग की गई है।